समाज में एकता का संदेश देने के साथ विभिन्न कुरीतियो को बाबा ने दुर किया ** राकेश ठाकुर
सेलुद **स्थानीय व परिक्षेत्रिय सतनामी समाज सेलुद द्वारा 26 दिसंबर को शाम चार बजे मिनी माता स्थल पाटन चौक सेलुद में गुरु घासीदास की 265 वी जयंती व कलश यात्रा का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुर्व जिला पंचायत सदस्य राकेश ठाकुर ने कहा कि गुरु घासीदास का जन्म ऐसे समय हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊंचनीच, झूठ-कपट का बोलबाला था, बाबा ने ऐसे समय में समाज में समाज को एकता, भाईचारे तथा समरसता का संदेश दिया। घासीदास की सत्य के प्रति अटूट आस्था थी जिसका लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा।गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी। उन्होंने न सिर्फ सत्य की आराधना की, बल्कि समाज में नई जागृति पैदा की और अपनी तपस्या से प्राप्त ज्ञान और शक्ति का उपयोग मानवता की सेवा के कार्य में किया। इसी प्रभाव के चलते लाखों लोग बाबा के अनुयायी हो गए। छत्तीसगढ़ में 'सतनाम पंथ' की स्थापना हुई। जनपद सदस्य खिलेश मारकंडे सरपंच खेमीन साहु राजा राम गहिरवार सेवालाल अनंत बालाराम कोसरे दिलिप कुर्रे किरण सोनवानी गणेश राम राजा कोसरे भकूतुरिम गायकवाड चेतन जोशी खेमलाल साहु गीताराम बंजारे शिशुपाल महिलांगे दीपक जोशी पुनीत कुर्रे सहित सतनामी समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे ।
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