*पाटन क्षेत्र के किसान अपने खेत के पैरा का दान गोठान* *में जरुर करें* ** *जनपद सदस्य खिलेश मारकंडे*
*पाटन क्षेत्र के किसान अपने खेत के पैरा का दान गोठान* *में जरुर करें* ** *जनपद सदस्य खिलेश मारकंडे*
पाटन जनपद सदस्य खिलेश मारकंडे ने पाटन क्षेत्र के ग्रामीण किसान को अपने पैरा को गौठानो में दान करने की अपील किया है । जिससे जानवरों को उपयुक्त चारा मिले व पराली जलाना न पड़े और पर्यावरण प्रदुषण से भी बचा जा सके ।छत्तीसगढ शासन के तरफ से गाँव गाँव में जन जागरुक कर प्रचार कर रही है । किसान के खेतों में फसलों के कटाई के बाद जो पैरा होता है उसे अधिकतर किसान खेत में ही जला दे ते थे ,जिससे वायुमंडल तो गंदा होता था लेकिन आग लगने का खतरा मंडराया करता था, लेकिन पाटन क्षेत्र के गांव के किसानों अब मिशाल पेश करने की जरुरत है। किसानो व ग्रामीणों को अब संकल्प लेकर उन पैरों को गौठान या गौशाला में दान करने की जरुरत है , ताकि जानवरों को आसानी से चारा मिल जाएगी और चरवाहे को ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना होगा,ग्रामीणों ने पैरादान करने की पहल से छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाये जा रहे नरूवा,घुरूवा ,गरूवा,बारी को बचाने की मुहिम को गति मिलेगी । किसान आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल करने से खेतों के उत्पाद का सही उपयोग कैसे करे यह परेशानी बन गया है ।हारवेस्टर और थ्रेशर से मिंजाई कार्य करने से खेत में ही पैरा छुट जाता है किसान उस पैरे को आग लगा देते थे ।लेकिन उससे उठने वाले धुएं ठंड होने के कारण नमीयुक्त होकर ऊपर नही उठ पाते थे और आसपास नीचे ही फैल जाते थे ।इससे वातावरण प्रदुषित होना शुरु हो गया था इसी बात को ध्यान रखकर किसानों ने अपने पैरे का सही उपयोग करना शुरु कर दिया है।
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